ROUGHLY A POEM
Saturday, 7 September 2013
समय
गलत है सब गणित के नियम
झूठ है सब आकड़ों का सही होना
अब हमें गलत पढाया गया है
तोड़ दो ये घड़ियाँ
छोडो घंटो और मिनटों का चक्र।
बस यही कोई दो घंटे पहले
तुम गए थे छोड़कर मुझे :
ये तनाव कई महीनो
का सा क्यों लग रहा है ..
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