बारिशें होती है
तो घुलने लगता है
आसमान भी जमीं पे ,
तुम ज़रा देख कर बताओ
जमीं कहाँ है
असमान कहाँ है
..............................
तुम जून को दिसम्बर कहना
मैं पतझड़ को सावन
चलो आज मिलकर
वक़्त को धोखा देते हैं
तो घुलने लगता है
आसमान भी जमीं पे ,
तुम ज़रा देख कर बताओ
जमीं कहाँ है
असमान कहाँ है
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तुम जून को दिसम्बर कहना
मैं पतझड़ को सावन
चलो आज मिलकर
वक़्त को धोखा देते हैं
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