हर दिन पहले से निश्चित होता है
यहाँ
तक
की
कहाँ
जायोगे
किस
दिशा
में
मनोदशा
कैसी
होगी
कामवासना
सताएगी
या
नहीं
प्रयोजन पुरे होंगे
या
हलक
में
अटके
रहंगे
वो
कहती
है
ये
सब
राशिफल
में
लिखा
होता
है
परन्तु
जो
मर
गए
दुर्घटनाओं
में
डूब
गए
बाढ़
में
और
जो
मरने
वाले
है
घातक बीमारियों
से
क्या
वो
अपना
राशिफल
पढ़
कर
नहीं
आये
थे
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