रंग बिरंगे फूलों वाले गद्दे पे बैठे बैठे
जैसे जैसे उसकी प्रेमिका कहती रही
वो भरता रहा तस्वीर में रंग
फिर भी कुछ खलता रहा तस्वीर में
ये सोचते सोचते
कुछ बुँदे पसीने की
माथे से फिसल के
गिर गयी तस्वीर पे .
तस्वीर के सभी रंगों में से
बस एक यही रंग है
जो उभर कर आया है
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