Monday 1 April 2013

POEM

स्वरण मंदिर से 
थोड़े दूर फुटपाथ पे ,
अपनी गरीब माँ के साथ खड़े 
एक छोटे बच्चे ने ,
स्वरण मंदिर की तरफ 
देखते हुए ,
पूछ लिया माँ से -
"क्या यहाँ रोटियां भी सोने की बनती हैं "

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